शुक्रवार, 13 सितंबर 2013

सवाल / भाग 3

 --------- हालाकि  ये ' टंका ' है . मुझे  मालूम है .पर ....
जाने   क्यूँ  एक सवाल अक्सर सर उठाता  है , हम डरते कब से हैं ? किससे हैं ? और  आख़िर क्यूँ ?
        क्या  इसीलिए  बचपन की  हर  कहानी , एक था  राजा  से शुरू होती थी ? क्या  इसीलिए आ  जाती थी  परियां / राजकुमार / फूल /खुशबू /चाँद /तारे ?
                   यदि  ऐसा था तब क्या ' ज़ुरूरत' थी  इस  बात  की, कि कोई  जादूगर  या राक्षस  टपक पड़े  बीच में ! कोई   काली  बिल्ली ! और  .... क्या  इसी  तरह शुरुआत  होती  है  डर  की ?
                 और  फिर  अँधेरे भी  डराने  लगते हैं ! रस्सी सांप बन जाती है ! और  यदि   वक्त  पर  सूरज  न  निकले  तब  उसे  ' अजगर ' बन  जाने में कितनी देर लगेगी ? 
             -------------- जारी